Hum Ladki hain Sahab
बाहर आज़ाद तो मर्द ज़ात है,हमें तो हर कदम फूंक-2 कर रखना पड़ता है.हम लड़की हैं साहब,हमें तो हर जगह संभल-2 कर चलना पड़ता है.
GET RELAX THE MIND & UPGRADE YOURSELF
बाहर आज़ाद तो मर्द ज़ात है,हमें तो हर कदम फूंक-2 कर रखना पड़ता है.हम लड़की हैं साहब,हमें तो हर जगह संभल-2 कर चलना पड़ता है.
हम तुम में उलझे हैं इस कदर, की, ये ज़मी नज़र नहीं आती, ये आसमान नज़र नहीं आता.
बहाव में बहने वाला अपना नाम खो देता है,रहता है इसी दुनिया में,मगर अपनी पहचान खो देता है.
झूठ बोलने की आदत नहीं है,और सब से सच बोलना पसंद नहीं,बस इसलिए ,अक्सर खामोश रहती है ज़ुबां मेरी.
माना कि जो दिखता है वो सच होता है,लेकिन ,जो दीखता नहीं सच तो होता है वो भी.
वो हंसी व खुशी वो ज़िन्दगी कहाँ गयी,वो लहर वो तरंग वो बेख़ुदी कहाँ गयी. Kids Story
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